महात्मा बुद्ध से जुड़ी एक प्रेरणादायक कहानी inspiring story–
महात्मा बुद्ध को सृष्टि के पालनहार श्री हरि भगवान विष्णु का अवतार माना जाता है बुद्ध के जन्म को बुद्ध की जयंती के रूप में मनाया जाता है |महात्मा बुद्ध की अनेकों प्रेरणादायक कहानी हमें ध्यान करने के लिए प्रेरित करते हैं |ध्यान अब और तब सबसे ज्यादा इस्तेमाल किए जाने वाला शब्द है ध्यान की सलाह हर मामले में दी जाती है फिर चाहे वह कोई बालक हो या वृद्ध अवस्था व्यक्ति | आजकल हम देख रहे हैं कि हर आयु का व्यक्ति किसी न किसी कारण चिंतित होता रहता है और उसके अंदर अनेक प्रश्न उठते रहते हैं जबकि शास्त्रों में कहा गया है कि हर प्रश्न का उत्तर मनुष्य को अपने अंदर ही प्राप्त होता हैइसी से मिली जुड़े एक कहानी जो महात्मा बुद्ध से जुड़ी हुई हैके बारे मेंनीचेलिखा गया है|
कहा जाता है कि अशांत मन में कई तरह के सवाल उठते हैंऔर जब तक इन सवालों के जवाब नहीं मिलते तब तक मनुष्य शांति प्राप्त नहीं करता हैअनेक मनुष्य सवालों के जवाब बाहर से ढूंढने की कोशिश करते हैं | और इन सवालों को जवाबइनपरंतु हमारी संस्कृति और हमारे शास्त्रों मेंहर धर्म में यह बताया गया है कि हमें हमारी जिंदगी सेजुड़े कई सवालों के जवाब हमारे अंदर से ही मिलते हैंआई इसी से मिलती-जुलती एक कहानी हम आप सबके साथ शेयर कर रहे हैं |
Story – कहानी- एक बार एक व्यक्ति महात्मा बुद्ध जी के पास गया | उसने महात्माबुद्ध से कहा कि मैं अपने कुछ प्रश्नोंके उत्तर आपसे जानना चाहता हूंकृपा आप मेरे इन प्रश्नों के उत्तर दीजिए|
भगवान बुद्ध उसके प्रश्नोंको जानने से पहले यह जान चुके थे कि उसका मन बहुत अशांत है इसलिए उन्होंनेउसे व्यक्ति को 1 साल के लिए मौन धारण करने के लिए कहा | उन्होंने कहा कि वह उनके सभी प्रश्नों के उत्तर देंगे परंतु वह चाहते हैं कि वह कम से कम 1 साल के लिए मौन धारण करें | उसके बाद तुम जिस भी प्रश्न का उत्तर जानना चाहते हो वह प्रश्न पूछ सकते हो | मैं अपनी बात का पक्का हूं 1 साल बाद तुम्हें अपने प्रश्नों के उत्तर जरूर मिल जाएंगे
व्यक्ति ने बुद्ध की बात मान ली वह पूरा समय मौन रहने लगा | जिसकी वजह से वह ध्यान में उतरने लगा और अब उसका मन शांत होने लगा |
पूरा समय मौन रहने के कारण अब उसके प्रश्न खत्म होने लगे | इसी तरह एक साल बीत गया | और भगवान बुद्ध ने उसे व्यक्ति को बुलाया | उसे प्रश्न पूछने के लिए कहा | परंतु अब उसके प्रश्न खत्म हो चुके थे | और उसका मन भी बहुत शांत हो चुका था | शांत होने के कारण अब वह बहुत प्रसन्न रहने लगा और उसने बुद्ध को बताया कि उनके पास पहुंचने के लिए कोई प्रश्न नहीं है |
बुद्ध ने उसे व्यक्ति से कहा कि जब वह उनके पास आया था तो बहुत अशांत थाइसीलिए इसलिए उसके मन में कई सवाल थे| जब किसी का मन शांत नहीं होता है तो उसमें कई तरह के सवाल उठाते रहते हैं हमारे अंदर दो अवस्थाएं होती हैंएक जिसमें सवाल उठते रहते हैं और दूसरे अवस्था जिसमें उसके उत्तर होते हैं मौन और ध्यान के कारण उसे व्यक्ति का मन दूसरी अवस्था में चला गयाइसी कारण उसके प्रश्न खत्म हो गए और अब उत्तर ही उत्तर थे |